परंपरागत पशु चिकित्सा

परंपरागत पशु चिकित्सा (EVM) घर में उपलब्ध औषधीय पौधों और आम मसालों का उपयोग करके उपचार का एक वैकल्पिक तरीका है। यह एक किफायती, प्रभावकारी और किसान सहायक विकल्प है जिसे गोवंश की सामान्य बीमारियों का प्रबंधन करने के लिए प्रदान किया जा सकता है जिससे कि इन स्थितियों के कारण उनका कम से कम नुकसान हो, वह भी बहुत कम लागत पर ।

हमारे डेरी 80 प्रतिशत से अधिक डेरी किसान सीमांत और भूमिहीन हैं और वे पारंपरिक उपचार का खर्च नहीं उठा सकते हैं क्‍योंकि यह महंगा है । एवीएम के इस्तेमाल से दवाओं, विशेषकर एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल में भी कमी आती है, जिससे दूध में इसके अवशेष में भी कमी आती है, यह एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (एएमआर) को रोकने में मील का पत्थर साबित होगा जो एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य का विषय है ।

एनडीडीबी 20 से अधिक बीमारियों के लिए एवीएम के उपयोग को बढ़ावा दे रही है और देश की सभी प्रमुख स्थानीय भाषाओं में इन फार्म्यूलेशन को तैयार कर उसका उपयोग करने पर ब्रोशर और वीडियो क्लिप का निर्माण किया है ताकि इसे देश के किसी भी हिस्से में किसानों तक पहुंचाया जा सके । पूरे देश में इस अवधारणा को लोकप्रिय बनाने के लिए आयुष विभाग, डीएएचडी, राज्य के पशुपालन विभागों, दूध महासंघों, दूध संघों इत्यादि के माध्यम से सघन प्रचार अभियानों की शुरूआत की जा रही है। एनडीडीबी प्रत्येक फार्म्यूलेशन की उपचार दरों पर एक मजबूत डाटाबेस बनाने की प्रक्रिया में है जिससे इसे अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए एक साधन के रूप में उपयोग में लाया जा सके ।