लद्दाख दुग्ध महासंघ के प्रबंधन हेतु एनडीडीबी ने लद्दाख प्रशासन और एलएएचडीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए

लद्दाख दुग्ध महासंघ के प्रबंधन हेतु एनडीडीबी ने लद्दाख प्रशासन और एलएएचडीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली, 17 अगस्त 2022: राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) के साथ एक त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए, जिसके द्वारा यह पांच वर्ष की अवधि के लिए लद्दाख दुग्ध महासंघ के संपूर्ण संचालनों का प्रबंधन करेगी और क्षेत्र में एक सुव्यवस्थित डेरी विकास कार्यक्रम क्रियान्वित करेगी।

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के माननीय लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री राधा कृष्ण माथुर और लद्दाख के माननीय सांसद श्री जामयांग सेरिंग नामग्याल की गरिमापूर्ण उपस्थिति में एनडीडीबी के अध्यक्ष एवं कार्यपालक निदेशक श्री मीनेश शाह, एलएएचडीसी, लेह के माननीय मुख्य कार्यकारी पार्षद, श्री ताशी ग्यालसन और पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव श्री रविंदर कुमार ने इस एमओयू ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर, एनडीडीबी के अध्यक्ष ने उन क्षेत्रों पर एनडीडीबी न के निरंतर ध्यान केंद्रित किए जाने की बात दोहराई, जहां ग्रामीण परिवारों की आय में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए डेरी क्षेत्र का विकास किया जाना अभी शेष है। आगे, उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि एनडीडीबी यह सुनिश्चित करेगी कि दूध महासंघ और इसकी घटक इकाइयों द्वारा डेरी संचालनों को प्रोफेशनल ढंग से प्रबंधित किया जा रहा है और किसानों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है ।

श्री शाह ने यह भी आश्वासन दिया कि एनडीडीबी अपनी सहायक कंपनी/कंपनियों के साथ मिलकर डेरी के माध्यम से समृद्धि लाने के प्रयास में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की सहायता करना निरंतर जारी रखेगी। आईडीएमसी, जो पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने पहले ही दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र, लेह के नवीनीकरण और विकास का काम पूरा कर लिया है और इसे शीघ्र ही चालू किया जाएगा।

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के माननीय लेफ्टिनेंट गवर्नर ने कहा कि एनडीडीबी की विशेषज्ञता लद्दाख में एक सुदृढ़ दूध संकलन और प्रसंस्करण प्रणाली स्थापित करने में मदद करेगी और यह पशु प्रजनन, पोषण और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के साथ वैज्ञानिक उत्पादकता वृद्धि की गतिविधियों को शुरू करने में भी मदद करेगी। यह एमओयू उद्यमियों को इस क्षेत्र में डेरी सेक्टर के विकास के लिए डेरी फार्म स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित करेगा, जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होगा और केंद्र शासित प्रदेश में अधिक दूध उत्पादन का एक अवसर भी उपलब्ध होगा ।

एलएएचडीसी, लेह के माननीय मुख्य कार्यकारी पार्षद श्री ग्यालसन ने इस बात का उल्लेख किया कि लद्दाख में दूध उत्पादन की संभावना है तथा एनडीडीबी और लद्दाख प्रशासन के इस संयुक्त प्रयासों से निश्चित रूप से किसानों को उनके दूध का बेहतर भुगतान सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, माननीय सांसद श्री नामग्याल ने कहा कि इस क्षेत्र में डेरी के लिए केंद्रित हस्तक्षेप अधिक समय से प्रतीक्षित था तथा एमओयू पर हस्ताक्षर होने के नाते, लद्दाख में सामाजिक-आर्थिक विकास लाने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी।

एमओयू की अवधि के दौरान, एनडीडीबी किसी प्रबंधन शुल्क के बिना अपनी सेवाएं प्रदान करेगी और दूध महासंघ और इसकी घटक इकाइयों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए प्रमुख प्रबंधकीय पदों पर अपने प्रोफेशनल कर्मियों  को भी प्रतिनियुक्त करेगी।