डॉ अमृता पटेल

 

डॉ. अमृता पटेल                                                                                                                        भाषण           तस्वीरें 


डॉ. अमृता पटेल 1998 से 2014 तक राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड, एक ऐसी संस्था जिसने भारतीय सहकारी डेरी अभियान की कमान संभाली तथा इस देश को विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनाने के लिए नेतृत्व किया, की अध्यक्ष रहीं । डॉ. पटेल ने सहकारिताओं में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उन्हें नेतृत्व स्थितियों के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

डेरी बोर्ड के प्रबंध निदेशक के रूप में डॉं. पटेल ने विकास हेतु खाद्य सहायता का प्रयोग करते हुए विश्व के सबसे बड़े कार्यक्रम, राष्ट्रीय डेरी कार्यक्रम, आपरेशन फ्लड के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी संभाली । इस कार्यक्रम से राष्ट्रीय सहकारी डेरी संरचना को आगे बढ़ाने, वित्त पोषण एवं विविध सहायक सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिली, जिसमें 183 जिले, क्षेत्रीय संघों तथा 22 राज्य सहकारी महासंघों से संबंद्ध 150,000 ग्राम डेरी सहकारी समितियों के 1.5 करोड़ से अधिक सदस्य शामिल हैं । इस अभियान से भारतीय डेरी उद्योग पर अधिक प्रभाव पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय दूध उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि हुई, यह देश विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश बना तथा इसके कारण पशु उत्पादकता में वृद्धि, बेहतर पशुपालन तथा आहार खिलाने के अभ्यासों को अपनाने के साथ-साथ उत्पादक आय में वृद्धि हुई ।

डॉ. पटेल पशुधन विकास, रोग नियंत्रण, टीका उत्पादन, अनुसंधान एवं विकास के साथ-साथ आरबीआई तथा नाबार्ड के बोर्डों में अपने नामांकन द्वारा बैंकिंग एवं वित्त संबंधी नीति समीक्षा से संबंधित गतिविधियों में शामिल रही हैं ।

पर्यावरण एवं स्वास्थ्य – ये दो अन्य प्रमुख क्षेत्र हैं जो उनकी गंभीर चिंता के विषय थे । उन्होंने पर्यावरण की सुरक्षा एवं स्थिरता के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । डॉ. पटेल फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी की अध्यक्ष हैं, जो भूमि की विभिन्न श्रेणियों तथा प्रमुख रूप से विविध सामुदायिक संस्थानों सहित पूरे स्थानीय, क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय भूभागों के पारिस्थितिक जीर्णोद्धार की प्रक्रियाओं को सुदृढ़ बनाने का कार्य करता है ।     डॉ पटेल सरदार पटेल रिन्यूएबल एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट की अध्यक्ष भी हैं ।

ग्रामीण लोगों तथा विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति डॉ पटेल की दृढ़ प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति उनकी अध्यक्षता में संचालित एक ट्रस्ट चारुतर आरोग्य मंडल के माध्यम से देखने को मिलती है, जो एक आधुनिक 550 बेड वाले ग्रामीण अस्पताल तथा चिकित्सा,  भौतिक चिकित्सा और खेड़ा के ग्रामीण लोगों की सेवा में शामिल नर्सिंग कॉलेजों का प्रबंधन करता है ।

डॉ पटेल को पद्म भूषण और कई अन्य पुरस्कार तथा मानद डिग्रियां जैसे डॉ नॉर्मन बोरलॉग पुरस्कार, फाइनेंशियल एक्सप्रेस लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड,  वर्ष 1999-2000 के दौरान राष्ट्र निर्माण के लिए जवाहर लाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार तथा वर्ष 1997 के लिए विश्व डेरी एक्सपो में वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।