सरकार ने रिकॉर्ड समय में कोविड-19 ड्रग सब्स्टेंस उत्पादन के प्रयासों के लिए इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड की सराहना की

सरकार ने रिकॉर्ड समय में कोविड-19 ड्रग सब्स्टेंस उत्पादन के प्रयासों के लिए इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड की सराहना की

हैदराबाद, 24 सितंबर 2021: केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) के प्रयासों की सराहना की।

कोवैक्सीन ड्रग सब्स्टेंस के उत्पादन हेतु इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) ने अप्रैल 2021 में भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) के साथ सहयोग करने के लिए राष्ट्र के आह्वान और केंद्र सरकार के अनुरोध पर शीघ्रता से कार्रवाई की है। मानव और पशु चिकित्सा उपयोग के लिए विभिन्न प्रकार के वायरल वैक्सीन के उत्पादन में आईआईएल के पूर्व अनुभव के कारण, आईआईएल द्वारा कम समय में वर्तमान सुविधा को उन्नत किया जा सका और ड्रग सब्स्टेंस प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, निर्माण, परीक्षण के साथ, शीघ्रता से आपूर्ति की जा सकी। अब तक, आईआईएल ड्रग सब्स्टेंस के 2,000 डोजों की आपूर्ति कर चुकी है । यह पता चला है कि आईआईएल द्वारा उत्पादित उस ड्रग सब्स्टेंस से बीबीआईएल द्वारा पहले ही वैक्सीन को उत्पादन किया जा चुका है और यह वैक्सीन उपयोग के लिए उपलब्ध है । आईआईएल प्रत्येक माह में 30 लाख डोजों का उत्पादन करेगी और दिसंबर से यह उत्पादन बढ़कर एक करोड़ डोज हो जाएगा ।

सभा को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के "एक भारत और श्रेष्ठ भारत" के नारे को दोहराया। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से कहा कि यह देखकर खुशी हुई कि दो प्रतिस्पर्धी संस्थाएं एक नेक काम के लिए एक साथ आगे आई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह आईआईएल को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए हर संभव सहयोग देंगे । उन्होंने देश में मानव और पशु दोनों के वैक्सीन के लिए अनुसंधान में इनोवेशन के लिए अपना सहयोग देने की बात की । उन्होंने यह बात कहते हुए अपने वक्तव्य का समापन किया कि श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में हमारा यह स्वप्न है कि भारत वैक्सीन उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाते हुए विश्व में निरंतर सहयोग के लिए अपना हाथ बढ़ाता रहे। इसके पीछे मूल मंत्र “सबका साथ,  सबका विश्वास और सबका प्रयास" है । आईआईएल यह "प्रयास" कर रही है जो सराहनीय है।

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने अपने संदेश में कहा, “मैं देश में कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन की क्षमता में वृद्धि हेतु राष्ट्र के हित में साथ मिलकर कार्य करने के लिए आईआईएल की टीम और बीबीआईएल की सराहना करता हूं। मैं आईआईएल की टीम को उनकी तकनीकी विशेषज्ञता और रिकॉर्ड गति से कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन करने के लिए बधाई देता हूं। इस क्षमता में वृद्धि होने से देश के टीकाकरण कार्यक्रमों में तेजी लाने में मदद मिलेगी”।

भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव और बीआईआरएसी की अध्यक्ष डॉ रेणु स्वरूप ने अपने संदेश में कहा, “मैं आईआईएल की टीम को रिकॉर्ड गति से कोविड-19 के ड्रग सब्स्टेंस का उत्पादन के लिए बधाई देती हूं । भारत सरकार द्वारा हमारे देश में कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन क्षमता में वृद्धि के लिए शुरू किए गए मिशन कोविड सुरक्षा के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। आईआईएल ने कम समय में उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है, जिससे हमें अन्य वैक्सीन उत्पादन के लिए भी अपनी वैक्सीन निर्माण की क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी” ।

आईआईएल और एनडीडीबी के अध्यक्ष श्री मीनेश शाह ने कहा कि आईआईएल वास्तव में एक “वन हेल्थ” कंपनी है जो पशु और मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रही है । आईआईएल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय दोनों को किफायती मूल्य पर आपूर्ति के लिए वैक्सीन की लाखों डोजों का उत्पादन करके देश में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है । यह संतोषजनक बात है कि आईआईएल सरकार के विश्वास पर खरा उतरी है और रिकॉर्ड समय में कोविड-19 वैक्सीन ड्रग सब्स्टेंस उपलब्ध कराने में सफल रही है ।

इस सुअवसर पर, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड से बीबीआईएल को कोविड-19 ड्रग सब्स्टेंस के सफल हस्तांतरण के उपलक्ष्य में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने आईआईएल में निर्मित इस कोविड-19 ड्रग सब्स्टेंस को बीबीआईएल के सीएमडी डॉ कृष्णा एला को सौंपा ।

इस अवसर पर आईआईएल के प्रबंध निदेशक डॉ. के आनंद कुमार ने कहा कि रिकॉर्ड समय में कोविड-19 ड्रग सब्स्टेंस का उत्पादन और वितरण आईआईएल की तकनीकी विशेषज्ञता, अनुकूलन शीलता, अत्याधुनिक निर्माण क्षमता, लचीलापन और राष्ट्र के हित के महान कार्य के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है । हमारा यह मानना है कि हमारे महत्वपूर्ण योगदान से देश के प्रतिरक्षा के प्रयास में मदद मिलेगी ताकि सभी को जल्द से जल्द कोविड-19 का वैक्सीन लगाया जा सके । हम नीति-आयोग, बीआईआरएसी, डीबीटी, मिशन कोविड सुरक्षा टीम, केंद्रीय और राज्य औषधि नियंत्रण प्राधिकरणों द्वारा प्राप्त निरंतर सहयोग की सराहना करते हैं और उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। आईआईएल में एक लाइव एटेन्यूएटेड कोविड-19 वैक्सीन भी विकसित किया जा रहा है जिसके कई फायदे हैं और अगले वर्ष इसे लांच किया जाएगा । पशु संबंधी अध्ययन पूरा हो गया है और इसके परिणाम बहुत अच्छे रहे हैं । शीघ्र ही, मानव परीक्षण की शुरूआत होने की संभावना है।

इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) के बारे में

इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है । भारत एशिया में वैक्सीन का एक सबसे बड़ा उत्पादक देश है । आईआईएल की स्थापना राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) द्वारा 1982 में की गई थी। आईआईएल में कई जीएमपी निर्माण स्थल हैं और यह 50 से अधिक देशों को निर्यात करती है । आईआईएल के पास एक मजबूत अनुसंधान एवं विकास श्रृंखला उपलब्ध है और इसने किफायती मूल्य पर भारतीय बाजार में कई पशु और मानव वैक्सीन लॉन्च किए हैं। आईआईएल इनएक्टिवेटेड एंड लाइव वायरल वैक्सीन, पॉलीसैकराइड कांजूगेट वैक्सीन, रिकॉम्बिनेंट सबयूनिट वैक्सीन, टॉक्सॉयड वैक्सीन, लाइव बैक्टीरियल वैक्सीन से लेकर विभिन्न प्रकार के वैक्सीन के विकास में विशेषज्ञ कंपनी हैं। इस कंपनी के बारे में अधिक जानकारी www.indimmune.com  पर प्राप्त की जा सकती है।