ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री ने एनडीडीबी द्वारा स्थापित अत्याधुनिक डेरी संयंत्र का उद्घाटन किया

ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री ने एनडीडीबी द्वारा स्थापित अत्याधुनिक डेरी संयंत्र का उद्घाटन किया

आणंद, 10 नवंबर 2021: ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने 10 नवंबर 2021 को अरिलो, कटक में ओडिशा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (ओम्फेड) के नव निर्मित अत्याधुनिक स्वचालित डेरी संयंत्र का उद्घाटन किया, जिसके लिए तकनीकी परामर्श एनडीडीबी द्वारा प्रदान किया गया है। डॉ. अरुण कुमार साहू, मंत्री, कृषि और किसान सशक्तीकरण, मत्स्यपालन एवं पशु संसाधन विकास, उच्चतर शिक्षा, ओडिशा सरकार; श्री देवी रंजन त्रिपाठी, विधायक, बांकी; श्री सुरेश चंद्र महापात्रा, मुख्य सचिव, ओडिशा सरकार; श्री मीनेश शाह, अध्यक्ष, एनडीडीबी; श्री आर रघु प्रसाद, आयुक्त व सचिव, मत्स्यपालन एवं पशु संसाधन विकास, ओडिशा सरकार; श्री प्रदीप कुमार जेना, विकास आयुक्त व एसीएस एवं प्रशासक, ओम्फेड और डॉ. येदुला विजय, निदेशक, एएच एवं वीएस इस अवसर पर उपस्थित थे।

माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे किसानों ने ओम्फेड के विकास में योगदान दिया है और सरकार का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना है। श्री पटनायक ने बताया कि ओम्फेड किसानों का है और राज्य सरकार उनको हमेशा सहयोग देती है। दूध को पोषण सुरक्षा प्रदान करने का एक प्रमुख घटक बताते हुए, माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार प्रदेश में दुग्ध क्रांति लाने के लिए उत्सुक है।

एनडीडीबी के अध्यक्ष श्री मीनेश शाह ने कहा कि यह बहुत गर्व और खुशी की बात है कि ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा अत्याधुनिक 5 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के डेरी प्लांट का उद्घाटन किया जा रहा है जिसमें 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन का पाउडर प्लांट और दूध के अन्य उत्पाद जैसे मक्खन, घी, फ्लेवर्ड दूध, पनीर इत्यादि शामिल हैं। इस प्लांट में लगभग 250 करोड़ रुपये का परिव्यय हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि एनडीडीबी के सहयोग से इस तरह का तकनीकी विकास और बुनियादी ढांचे का विकास होने से ग्रामीण ओडिशा में आवश्यक सामाजिक-आर्थिक बदलाव आएगा ।

ओडिशा के डेरी विकास में एनडीडीबी की अहम भूमिका रही है। खुरपका एवं मुँहपका रोग (एफएमडी) पर व्यवस्थित महामारी विज्ञान और आणविक महामारी विज्ञान का अध्ययन करने हेतु भुवनेश्वर में एनडीडीबी द्वारा आईसीएआर के लिए एक अत्याधुनिक बीएसएल3 प्रयोगशाला स्थापित की गई है जिसमें लगभग 160 करोड़ रुपये का परिव्यय हुआ है ।

दुधारू पशुओं की उत्पादकता में सुधार लाने के लिए एनडीडीबी ने सीसीबीएफ सुनाबेडा और चिपलिमा में आईवीएफ/ईटीटी प्रयोगशाला का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है । एनडीडीबी ने खुर्दा में 150 मीट्रिक टन प्रतिदिन के पशु आहार संयंत्र का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया है, जिसमें 27 करोड़ रुपये का परिव्यय हुआ है, जो 20 घंटे तक संचालित होने पर 300 मीट्रिक टन प्रतिदिन पशु आहार का उत्पादन कर सकता है।

एनडीडीबी ओडिशा समेत देश के आठ राज्यों में खाद प्रबंधन मॉडल को भी क्रियान्वित कर रही है। कटक दूध संघ राज्य में इस तरह की पहली खाद प्रबंधन परियोजना के कार्यान्वयन की अगुआई कर रहा है। इस परियोजना को एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रीशन के माध्यम से इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के वित्तीय सहयोग से लागू किया जा रहा है ।